कोविड-19 क्वारंटीन केंद्रों में यौन और लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम और प्रतिक्रिया
लेखक: रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज की अंतर्राष्ट्रीय समिति
जब कोविड-19 महामारी शुरू हुई, तो दुनिया भर की सरकारों ने इसके प्रसार को रोकने और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए तुरंत उपाय लागू किए। कई सरकारों ने क्वारंटीन सेंटर बनाए; कुछ देशों ने द्वीपों पर आपातकालीन शिविर बनाए, जबकि अन्य ने मौजूदा बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल किया, जैसे कि सैन्य अड्डे, होटल और स्कूल। लोगों को अलग-थलग करना वायरस को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे क्वारंटीन किए गए लोगों को यौन और लिंग आधारित हिंसा जैसे अन्य जोखिमों का भी सामना करना पड़ सकता है। यह दस्तावेज़ अंतर्राष्ट्रीय मानकों, अच्छे अभ्यास और ICRC संचालन से सीखे गए सबक, जैसे कि इबोला प्रतिक्रिया के आधार पर सिफारिशें प्रदान करता है।
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